tag:blogger.com,1999:blog-3525643973136749039.post3185427200866837608..comments2023-06-03T16:36:39.753+06:00Comments on Arvind's Koshnama अरविंद कोशनामा: जब नायक नायिका... और आगेArvind Kumar's Thesaurus/Dictionary Bloghttp://www.blogger.com/profile/07616080287323690775noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-3525643973136749039.post-54390752788961509042008-07-26T18:29:00.000+06:002008-07-26T18:29:00.000+06:00अरविंद जी,अभी अभी आपके ब्लॉग के दर्शन हुए. हिंदी ...अरविंद जी,<BR/>अभी अभी आपके ब्लॉग के दर्शन हुए. हिंदी भाषा व शब्द को लेकर इतने महत्वपूर्ण कार्य ब्लॉग पर आप कर रहे है, यह निसंदेह काबिलेतारीफ है.यह नइ पीढी के लिए प्रेरणादायक है.<BR/>कौशलेंद्र मिश्रकौशलेंद्र मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/04841813169974429745noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3525643973136749039.post-8305121979686668682007-12-01T22:20:00.000+06:002007-12-01T22:20:00.000+06:00मुझे तो पता ही नहीं था कि आपका ब्लॉग भी है , यूं...मुझे तो पता ही नहीं था कि आपका ब्लॉग भी है , यूं ही सामानंतर कोश के बारे में सर्च करते हुए इस तक पहुंच गया . <BR/> अब लगातार आपको पढता रहूंगा .Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16171943793022610620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3525643973136749039.post-41474023550855088342007-11-03T17:54:00.000+06:002007-11-03T17:54:00.000+06:00आपका ब्लाग् शुरू होना हम् लोगों के लिये बहुत् खुशी...आपका ब्लाग् शुरू होना हम् लोगों के लिये बहुत् खुशी की बात् है। आपका समान्तर् कोश पर् किया गया काम हिंदी भाषा की उपलब्धि है। :)अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3525643973136749039.post-86000313374248023222007-11-01T06:12:00.000+06:002007-11-01T06:12:00.000+06:00बस, ह वैसा ही करते रहते हैं जैसा पुरखे करते आ रहे ...बस, ह वैसा ही करते रहते हैं जैसा पुरखे करते आ रहे थे. हम लोग ज्दी ही अपने को समय के साथ नहीं बदलते. पश्चिम वाले अपने आप को अप टु डेट रखते हैं--तभी वहाँ से नए विचार नए अन्वेषण आते रहते हैं... हम ने तो क्लिप तक नहीं बनाया, स्टेपल भी हमने नहीं बनाया... बाल पैन भी नहीं... वही मोरपंख हमारे यहाँ लेखन का प्रतीक है...<BR/><BR/>अं अः वाले कोशक्रम का उपयोग आज से नहीं, 19वी सदी से हो रहा है... इस का कारण क्या है नैं नहीं जानता, जो जानता हूँ कि हमारी शिक्षा संस्थाएँ इस के बारे में किसी को बताती नहीं हैं..<BR/><BR/>अरविंदArvind Kumar's Thesaurus/Dictionary Bloghttps://www.blogger.com/profile/07616080287323690775noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3525643973136749039.post-56338456808991815472007-10-31T20:48:00.000+06:002007-10-31T20:48:00.000+06:00आपके लेख का इंतज़ार रहेगा. आपने वर्णमाला अनुक्रम म...आपके लेख का इंतज़ार रहेगा. <BR/><BR/>आपने वर्णमाला अनुक्रम में मानकीकरण की बात उठाई है जो धीरे-धीरे बहुत ज़रूरी होती जाएगी. इस बारे में जितनी जल्दी कुछ हो अच्छा है. <BR/><BR/>ड़, ढ़ के अभी तक बच्चों को सिखाई जाने वाली वर्णमाला में शामिल होने की क्या वजह हो सकती है? ऐसा होना तो मुश्किल लगता है कि किसी ने इसके बारे में सोचा ही न हो. कहीं यह तर्क तो नहीं रहा होगा कि इन अक्षरों से कोई भी शब्द शुरू नहीं होता? मैं इस तर्क के पक्ष या विपक्ष में नहीं हूँ. बस जानना चाहता हूँ कि क्या वजह हो सकती है. इसी तरह क्ष त्र ज्ञ वाली बात. जब ये संयुक्ताक्षर वर्णमाला में सिखाए जाते हैं तो बाकी (जैसे श्र) क्यों नहीं.<BR/><BR/>उम्मीद है आप अपने लेख में इन मुद्दों पर रौशनी डालेंगे.v9yhttps://www.blogger.com/profile/07973018577021600722noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3525643973136749039.post-83144729768906351152007-10-31T18:55:00.000+06:002007-10-31T18:55:00.000+06:00अरविन्दजी, आपका स्वागत है तथा आपको बलाूगजगत में ...अरविन्दजी, आपका स्वागत है तथा आपको बलाूगजगत में पाकर हम हर्षित च गर्वित हैं।<BR/><BR/>कोशक्रम के संबंध में अं व अँ के क्रम के औचित्य पर भी प्रकाश डालें। अनुस्वार व अनुनासिक के बीच आपसी संबंध व कोश में उनके क्रम का आधर क्या है।<BR/><BR/>पाठ्यक्रम में अब कोश परिचय (क्रम सहित) है मसलन बीए प्रथम वर्ष में (दिल्ली विश्वविद्यालय में)मसिजीवीhttps://www.blogger.com/profile/07021246043298418662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3525643973136749039.post-91039179152041081492007-10-31T17:01:00.000+06:002007-10-31T17:01:00.000+06:00धन्यवाद...आप लोगों के सहारे ही आगे बढ़ पाऊँगा...हर...धन्यवाद...<BR/><BR/>आप लोगों के सहारे ही आगे बढ़ पाऊँगा...<BR/><BR/>हर समय सलाह देते रहें.<BR/><BR/>अरविंदArvind Kumar's Thesaurus/Dictionary Bloghttps://www.blogger.com/profile/07616080287323690775noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3525643973136749039.post-2839755822647709422007-10-31T11:52:00.000+06:002007-10-31T11:52:00.000+06:00अरविन्द साहब, आपका ब्लाग ब्लागवाणी पर शनिवार की रा...अरविन्द साहब, आपका ब्लाग ब्लागवाणी पर शनिवार की रात से (जब आपने पहली पोस्ट लिखी) ही उपस्थित है.<BR/> <BR/>हम आपको हिन्दी ब्लागर्स के बीच पाकर अपने आपको गर्वित महसूस कर रहे हैं.<BR/><BR/>आज श्री रवि जी के सौजन्य से आपका चित्र भी उपलब्ध होगया.CGhttps://www.blogger.com/profile/01338787191916748749noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3525643973136749039.post-77159452478203060132007-10-31T11:09:00.000+06:002007-10-31T11:09:00.000+06:00अरविंद जी, आपके चिट्ठे को नारद, ब्लॉगवाणी और चिट्ठ...अरविंद जी, आपके चिट्ठे को नारद, ब्लॉगवाणी और चिट्ठाजगत् में पंजीकरण हेतु लिख दिया है. संभवतः एकाध दिन में यह कार्य पूरा हो जाएगा.रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.com